शाहरुख-प्रीति जिंटा की फिल्म 'वीर-ज़ारा' की तरह है इनकी कहानी, 72 साल बाद मिले पति पत्नी -
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बॉलीवुड की ऐसी बहुत फिल्म देखी होगी जिसमें हीरो और हीरोइन बिछड़ जाते हैं और सालो बाद एक दूसरे से मिलते हैं
जिसमें आपने शाहरुख-प्रीति जिंटा की 'वीर-ज़ारा' जरूर देखी होंगी और अगर नहीं देखी है तो एक बार जरूर देखें जिसमें शाहरुख प्रीति जिंटा से बिछड़ जाते हैं और पूरे 20 साल बाद मिलते हैं लेकिन हम आपको वीर-जारा फिल्म की कहानी नही सुना रहे है बल्कि उस फिल्म की तरह सच्ची कहानी बताने जा रहे है |
जिसमें आपने शाहरुख-प्रीति जिंटा की 'वीर-ज़ारा' जरूर देखी होंगी और अगर नहीं देखी है तो एक बार जरूर देखें जिसमें शाहरुख प्रीति जिंटा से बिछड़ जाते हैं और पूरे 20 साल बाद मिलते हैं लेकिन हम आपको वीर-जारा फिल्म की कहानी नही सुना रहे है बल्कि उस फिल्म की तरह सच्ची कहानी बताने जा रहे है |
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इन दोनों की शादी 1946 को हुई थी अभी शादी को एक साल हुआ था कि नारायणन ने अपने पिता के साथ मिलकर कवुमबाई किसान आंदोलन में हिस्सा लिया पुलिस के डर से वह दोनों एक से दूसरी जगह भागते रहे आखिर मे दोनों को पुलिस ने पकड़ लिया |
दूसरी तरफ जब काफी समय के बाद नारायणन का कुछ पता नहीं चला तो शारदा अपने मायके आ गयी और फिर सालों तक इन्तजार करने के बाद शारदा के घर वालों ने उसकी दूसरी शादी करा दी |
आठ साल बाद जेल से निकलने बाद नारायणन ने भी दूसरी शादी कर ली. इन दोनों के बच्चों ने मिलकर शारदा व नारायणन को एक बार फिर मिलाया | लेकिन वह एक दूसरे से ज्यादा बात नही कर पाये |