Matlabi rishtey 💔 dil ko chubhte hain aur yeh shayariyaan unhi जख्मों की आवाज़ हैं 🥀। पढ़िए 60+ सबसे बेहतरीन मतलबी रिश्ते शायरी Hindi mein 📝 — जो दिखावे 🎭, स्वार्थ 🤝 और टूटे भरोसे 💣 की सच्चाई बयां करती हैं। Insta captions 📸, WhatsApp status 💬 और दिल के हल्केपन के लिए perfect collection है।

दिखावे के रिश्ते शायरी

कंधे से कंधा मिलाकर जो चलते हैं,
जरूरत बीते तो पहले हटते हैं।
ये दिखावे के रिश्ते कुछ ऐसे हैं,
साए जैसे धूप में बदलते हैं।

रिश्ते अब फोटो तक सिमट गए हैं,
हकीकत में तो सब महज़ दिखावे हैं।
जिसे कहते थे अपना हर सुख-दुख में,
वो आज भीड़ में सबसे छुपके खड़े हैं।

दिखावे के रिश्ते शायरी

कुछ रिश्ते बस स्टेटस के लिए होते हैं,
अंदर से खाली, ऊपर से सोने होते हैं।
जिनसे उम्मीद होती है साथ निभाने की,
वो भी वक्त पर आंखें मोड़ लेते हैं।

मुस्कुराते चेहरों के पीछे छुपी तन्हाई,
रिश्तों में अब बची कहाँ सच्चाई?
नाम के हैं, काम के नहीं,
ये दिखावे के रिश्ते अब बोझ से कम नहीं।

दिल से निभाओ तो गिनती में नहीं आते,
मतलब से निभाओ तो सब याद रखते हैं।
सच पूछो तो अब रिश्ते भी सौदे बन गए हैं,
जहाँ भाव बढ़े, वही लोग बसते हैं।

रिश्ते जो दिखते हैं वो होते नहीं,
और जो होते हैं वो दिखते नहीं।
दुनिया अब परछाइयों से रिश्ता जोड़ती है,
हकीकत की कोई परवाह नहीं।

हर मुस्कान सच्ची नहीं होती,
हर आंसू नकली नहीं होता।
रिश्तों का क्या है जनाब,
यहाँ हर झूठ सच से भारी होता।

वो जो हर बात में अपनापन जताते थे,
असल में सबसे पहले पीछे हट जाते थे।
दिखावे की दुनिया में,
सच्चे रिश्ते अब बस कहानियों में पाते हैं।

नज़रें मिलती हैं, मगर दिल नहीं,
बातें होती हैं, मगर एहसास नहीं।
रिश्तों की इस भीड़ में अब,
सिर्फ मतलब बचा है, विश्वास नहीं।

हर बात में अपनापन, मगर मतलब के लिए,
रिश्तों का बाजार अब भाव पर जीने लगे।
जो हाथ थामे खड़े थे भीड़ में कल तक,
आज दिखावे की भीड़ में गुम से दिखने लगे।

रिश्ते अब स्क्रीनशॉट की तरह हैं,
एक पल के लिए चमकते हैं फिर खो जाते हैं।
सच्चाई तो बस इतनी है,
हर दिखावा एक दिन बेनकाब हो जाते हैं।

Matlabi Shayari Shayari 2 Line

रिश्ते यहाँ मतलब से चलते हैं 🧊
काम पड़े तो ही सब मिलते हैं 🤝

कभी जो कहते थे "तुम ही हो" ❤️
आज उन्हीं के पास कई और "तुम" हैं 😶‍🌫️

Matlabi Shayari Shayari 2 Line

मतलब निकलते ही सब बदल जाते हैं 🎭
चेहरे मुस्कराते हैं, पर दिल छल जाते हैं 💔

वक़्त पर काम आए वही अपने होते हैं ⏳
बाकी सब तो बस नाम के रिश्ते होते हैं 🧍‍♂️🧍‍♀️

मतलब से बना हर रिश्ता एक दिन टूटता है ⚡
कांच हो या दिल, दोनों ही चुपचाप टूटता है 💔

वो भी अब अजनबी सा बर्ताव करते हैं 🙁
जिनके लिए कभी हम खुद से लड़ते थे 🥺

मतलबी लोग आईने की तरह होते हैं 🪞
सामने रहो तो ही चेहरा दिखाते हैं 😶

दुनिया रिश्तों से नहीं, मतलब से चलती है 🌍
काम निकलते ही हर नज़र बदलती है 👀

दिल से निभाए थे कुछ रिश्ते हमने ❤️
पर सामने वाले ने दिमाग से तोला 🤯

हर किसी की दोस्ती अब जरूरत बन गई है 🧾
दिल की बातें अब मतलब से तौलने लगी है ⚖️

मतलब के बिना कोई पास नहीं आता 🤷‍♂️
और बिना मतलब के कोई साथ नहीं निभाता 🚶‍♀️

हर कोई यहां फायदा सोचता है 📈
रिश्ते नहीं, सिर्फ मौका जोखता है 🎯

कुछ लोग हाथ मिलाते हैं सिर्फ़ दिखावे को 🤝
वरना दिल से तो वो किसी और के होते हैं 🎭

Matlabi Rishte Shayari On Life

ज़िंदगी ने सिखा दिया मतलब के रिश्तों का फ़लसफ़ा,
जो साथ थे हर पल, वही पहले नजरें चुराने लगे।

रिश्तों की भीड़ में तन्हा हो गया हूँ मैं,
हर कोई अपने मतलब से ही आया ज़िंदगी में।

Matlabi Rishte Shayari On Life

कभी जो दिल के करीब थे, अब जरूरत से जुड़े हैं,
ज़िंदगी अब समझ आई — रिश्ते नहीं, सौदे हुए हैं।

जिनसे दिल लगाया था, वही आज दूर हैं,
मतलब के रिश्ते बस लफ्ज़ों में मशहूर हैं।

हर चेहरे पर मुस्कान थी, दिल में मतलब छुपा था,
ज़िंदगी का हर रिश्ता अब एक सौदा निकला।

दुनिया की भीड़ में सबसे बड़ा धोखा,
वो रिश्ते हैं जो सिर्फ दिखावे का मुखौटा हैं।

मतलब के लोग जब दिल तोड़ते हैं,
तो सिर्फ रिश्ता नहीं, भरोसा भी मरता है।

रिश्ते अब दिल से नहीं, ज़रूरत से बनते हैं,
और काम निकलते ही खुद-ब-खुद ढह जाते हैं।

किसी को दर्द नहीं दिखा, क्योंकि मतलब था ख़ुशी से,
ज़िंदगी अब सिर्फ "कौन क्या दे सकता है?" बन गई है।

रिश्तों की किताब में अब सिर्फ इम्तिहान लिखा है,
जहाँ मतलब पास हो, वही अपना माना जाता है।

हर कोई अपने फायदे की तलाश में है,
यहाँ रिश्ते भी अब सेल्फिश सोच के साथ बनते हैं।

जो अपने थे, वो मतलब निकलते ही पराये बन गए,
ज़िंदगी ने समझाया — दिल से नहीं, वक्त से निभाओ।

मतलबी रिश्तों का बोझ सबसे भारी होता है,
बिना कुछ कहे भी ये दिल को तोड़ देते हैं।

स्वार्थी लोग मतलबी रिश्ते In English

They smiled when they needed you the most,
Now you're just a name they barely post.

Selfish hearts build bridges for their needs,
But burn them down once they’ve planted their seeds.

Some people stay in your life like shadows —
Only visible when you're in the light.

They weren’t really your friends, just actors in disguise,
Clapping for you until your light outshined their lies.

स्वार्थी लोग मतलबी रिश्ते In English

Some bonds are made of silence and need,
Not love or care, just convenience and greed.

Fake relationships are like plastic flowers —
They look real, but never grow or feel.

They disappear when you’re broken and low,
Then return when you start to glow.

Not every “I care” is genuine,
Some are just rehearsed lines in their benefit script.

They hold your hand in public,
But let go the moment no one’s watching.

Their kindness had terms and conditions,
A favor today for loyalty tomorrow.

You weren’t too much —
They were just too selfish to handle your truth.

They stayed close not for you,
But for the warmth of your light.

A selfish soul can never build a selfless bond,
They love what you offer, not what you are.

Matlabi Rishte Shayari English

Jo kal tak “apna” kehte the 💬
Aaj khud se anjaana ban gaye 🤷‍♂️💔

Matlabi Rishte Shayari English

Rishte ab dil se nahi, kaam se bante hain 📋
Aur kaam khatam hote hi log badalte hain 🎭

Matlab ke rishte hain sab yahaan 🤝
Zarurat khatam, to yaadein bhi wahan 🧊

Duniya mein sab “apna” hai jab tak kaam hai 🪙
Waqt badalte hi har rishta be-naam hai ⏳

Matlab ke rishte hain sab ke paas 🤝
Dil se chaho to ho jaate hain khaas 💔

Jo hamesha saath hone ka vaada karte the 🤞
Aaj kisi aur ke saath vaada nibha rahe hain 🥀

Zarurat padti hai to yaad aate hain 📞
Baaki waqt to ye log busy dikhate hain 📱

Chehra muskurata hai, par dil nahi milta 🙂💔
Yeh matlabi rishte sirf photo mein dikhta 📸

Jinhe humne apna samjha tha 🫂
Woh sirf waqt ka istemal kar rahe the ⏳

Aajkal rishton mein asli chehra kam dikhta 🎭
Sab apni acting mein mashgool hain 🎬

Kisi ka "yaar" hona bhi ek samjhauta hai ab 🤐
Waqt, paisa aur fayda — yahi to rishte ka matlab hai 💰

Matlab ke log kabhi apne nahi hote 🧊
Bas zarurat ke waqt milne aate hain 🚪

Jab tak fayda tha, tab tak apnapan tha 💼
Fayda gaya, toh rishta bhi gaya 💨

Rishte ab sach nahi, setting hote hain ⚙️
Jahan faayda dikhe, wahin log chipakte hain 🧲

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