आपने जब भी जींस पहनी होगी, आपने उसके आगे की जेब के ऊपर एक छोटी सी जेब जरूर देखी होगी। कुछ लोग उसमें सिक्के रखते हैं, कुछ चाबी या यूएसबी। पर क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर इस जेब का असली मकसद क्या है?
जींस की शुरुआत 1873 में अमेरिका के कैलिफ़ोर्निया में हुई। Levi Strauss, जो जर्मन मूल के व्यापारी थे, और Jacob Davis, एक दर्ज़ी, दोनों ने मिलकर पहली जींस पैंट बनाई।
उस वक्त मजदूरों को ऐसे कपड़े की ज़रूरत थी जो न सिर्फ मजबूत हो बल्कि भारी काम के बीच जल्दी फटे नहीं। तब बना था नीले रंग का मोटा कपड़ा – जिसे Denim कहा गया – और उसकी सिलाई को मजबूत करने के लिए जेबों पर तांबे की कीलें (rivets) लगाई गईं।
जींस की छोटी जेब को आज हम "coin pocket" या "छोटी जेब" कहते हैं, लेकिन इसका असली नाम watch pocket था।
19वीं सदी में लोग जेब घड़ी (pocket watch) का इस्तेमाल करते थे। इसे शर्ट या कोट की जेब में रखने पर उसके टूटने या गिरने का डर होता था। इसी समस्या का समाधान था – ये छोटी जेब, जो खासतौर पर घड़ी को फिट और सुरक्षित रखने के लिए बनाई गई थी।
"यह जेब घड़ी को सुरक्षा देने के लिए जोड़ी गई थी, और यही इसकी असली पहचान है।"
नहीं। आज के समय में बहुत कम लोग जेब घड़ी रखते हैं। लेकिन फिर भी यह जेब ज्यादातर जींस में बनी रहती है।
लगभग हर क्लासिक डेनिम ब्रांड – जैसे Levi’s, Wrangler, Diesel, आदि – में यह जेब होती है। लेकिन कुछ नए minimalist डिज़ाइन में इसे हटाया भी जाने लगा है।
फिर भी, Levi’s और अन्य पुरानी कंपनियां इसे अपने ब्रांड की पहचान मानती हैं और इसे बनाए रखती हैं।
जींस की जेबों के कोनों पर लगे छोटे-छोटे धातु के बटन, जिन्हें rivets कहा जाता है, सिर्फ सजावट नहीं हैं। इनका असली मकसद जेब की मजबूती को बढ़ाना है।
1950 के दशक में जब हॉलीवुड स्टार्स जैसे James Dean और Marlon Brando ने फिल्मों में जींस पहनी, तब यह युवा पीढ़ी का सिंबल बन गई।
70 और 80 के दशक तक यह फैशन का हिस्सा बन चुकी थी। और अब तो जींस दुनिया की सबसे ज़्यादा पहनी जाने वाली पैंट बन चुकी है – स्कूल, कॉलेज, ऑफिस, हर जगह।
तथ्य | विवरण |
असली नाम | Watch Pocket या Fifth Pocket |
पहली बार किसमें दिखी | Levi’s 501 जींस (1873) |
शुरुआती उपयोग | Pocket Watch को रखने के लिए |
आज के उपयोग | सिक्के, चाबी, पेंड्राइव, गिटार पिक |
क्यों बनी रहती है | ब्रांड की विरासत और स्टाइल |
जींस की ये छोटी जेब सिर्फ कपड़े का एक टुकड़ा नहीं, बल्कि एक कहानी है – उस समय की जब लोग जेब घड़ी रखते थे, और डिज़ाइन सिर्फ फैशन नहीं, ज़रूरत से जन्म लेता था।
आज भले ही इसका काम बदल गया हो, लेकिन इसका अस्तित्व उस पुराने दौर की एक मीठी याद की तरह हर जींस में जिंदा है।
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